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में औरत हुं गर्व हूँ स्वाभिमान खूद के खुद ही कवच हूँ खुद ही में खुद मुस्कुराता हूँ दिल दस्तक खुद के अन्दर ही जन्न खुद को जानो हताशा निराशा ना बड़ा हूँ ना हूँ मै छोटा।मै हूँ तो हूँ बस एक इंसान ही हूँ। #भरत भाग के स्वाभिमान बस यूँ ही शब्दों से चित्र उकेरता हूँ

Hindi स्वाभिमान खूद के खुद ही कवच हूँ Poems